Hariyala Banna Lyrics in Hindi हरियाला बन्ना लिरिक्स हिंदी में

SONI BROS

हरियाला बन्ना लिरिक्स  हिंदी  में

गीत - हरियाला बन्ना
गायक - कमल चौधरी, रविंद्र उपाध्याय
संगीतकार - कमल चौधरी , रापेरिया बालम
गीत के लेखक ( लिरिक्सिट) - कुणाल वर्मा , कमल चौधरी , ट्रेडिशनल फोल्क्स 

प्रोडूसर - हनुमान शर्मा




(म्यूजिक)

थारा रूप रंग सो कोई सोनो नाहीं जग में      

थारा रूप रंग सो कोई सोनो नाहीं जग में

सूरज चंदा ...के बेहतो सागर

मने जग सारो अब ना भावे

थारा रूप रंग सो कोई सोनो नाहीं जग में

थारा रूप रंग सो कोई सोनो नाहीं जग में



हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ..

हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ..

मैं सूती बादल मेल बन्नी ने क्यों जगानी ओ

मैं सूती बादल मेल बन्नी ने क्यों जगानी ओ


एक तू ही जाने थारी प्रीत बसी रग रग में

एक तू ही जाने थारी प्रीत बसी रग रग में

सावनयो... बह जावे जर जर

याद जगमे.. मने थारी आवे


बीकानेर गयो ए नादान बन्नी ए

बीकानेर गयो ए नादान बन्नी ए

थने बांधन घी चतराई बन्नी मैं लाकडी लाइयो ए

थने बांधन घी चतराई बन्नी मैं लाकडी लाइयो ए


हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ

हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ

मैं सूती बादल मेल बन्नी ने क्यों जगानी ओ

मैं सूती बादल मेल बन्नी ने क्यों जगानी ओ


(म्यूजिक)


थारा रूप रंग सो कोई सोनो नाहीं जग में

थारा रूप रंग सो कोई सोनो नाहीं जग में

सूरज चंदा ...के बेहतो सागर

मने जग सारो अब ना भावे


जोधाने गयो ए नादान बन्नी ए

जोधाने गयो ए नादान बन्नी ए

थने पहनण घी चतराई बन्नी मैं मोजरी लाइयो ए

थने पहनण घी चतराई बन्नी मैं जूती लाइयो ए


हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ

हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ

मैं सूती बादल मेल बनी ने क्यों जगानी ओ

मैं सूती बादल मेल बनी ने क्यों जगानी ओ


हू भूल गई थारी ऋत की खातिर सब में

हू भूल गई थारी ऋत की खातिर सब में

मेरी जान गई तू देख ले आकर

मारी जाती सांसयन में फिर जी आवे


जयपुरये गयो ए नादान बन्नी ए

जयपुरये गयो ए नादान बन्नी ए

थने ओहडन घी चतराई बन्नी मैं लहरियों लाइयो ए

आ ओहडन घी चतराई बन्नी मैं लहरियों लाइयो ए

हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ

हरियाला बन्ना ओ नादान बन्ना ओ

मैं सूती बादल मेल बनी ने क्यों जगानी ओ

मैं सूती बादल मेल बनी ने क्यों जगानी ओ


(म्यूजिक)

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